कार्यक्रम संचालक सह प्राणमोहन आरोग्य केन्द्र के निदेशक डॉ सुभाष कुमार विद्यार्थी नें कहा कि इलेक्ट्रो होम्योपैथी 1865 ई. में इटली के डॉ. काउंट सीजर मैटी साहब द्वारा आविष्कृत चिकित्सा पद्धति है जो शरीर के अन्दर प्रवाहित लिम्फ और ब्लड को प्यूरीफाय कर सभी तरह के खासकर असाध्य रोगों को समूल ठीक करती है. सुभाष चन्द्र भारती नें कहा कि मैं वर्षों से साइटिका के दर्द से परेशान था काफी इलाज के बाद भी ठीक नहीं हो रहा था करीब 20 दिनों में इलेक्ट्रो होम्योपैथी की दवाई से मुझे काफी लाभ मिला.
इस अवसर पर हथवाडा पंचायत की मुखिया भारती कुमारी नें इलेक्ट्रो होम्योपैथी को गरीब रोगियों के लिए वरदान बताया और उपस्थित जनमानस को इलेक्ट्रो होम्योपैथी की दवा से इलाज कराने का आह्वान किया तथा अपने स्तर से हर संभव सहयोग करने की बात कही. इस अवसर पर युवा समाजसेवी गौतम मालाकार, जगत नारायण मेहता, मो असगर, विमल मालाकार, नीलम लोक सेवा समिति के सचिव विश्वनाथ साह, अध्यक्ष शम्भू दास, डॉ उमेश चौधरी, वार्ड सदस्य वेदानन्द मिस्त्री नें अपने वक्तव्य में इलेक्ट्रो होम्योपैथी की दवाई के प्रति आमलोगों को जागरूक होने की बात कही.