जानकारी के मुताबिक, रसीदा खातून पिछले पांच महीने से छात्रावास के निर्माण कार्य में लगी हुई थी। वह गिट्टी को तगाड़ी में लेकर मिक्सचर मशीन के टब में डाल रही थी। इसी दौरान उसका दुपट्टा मशीन में फंस गया, जिससे उसका सिर मिक्सचर के टब में अटक गया। हालांकि अन्य मजदूरों ने तुरंत मशीन को बंद करने का प्रयास किया, लेकिन तब तक रसीदा की मौत हो चुकी थी। दुर्घटना के बाद महिला का सिर काफी देर तक मशीन में ही फंसा रहा, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
बताया जा रहा है कि मृतक महिला अपने पीछे तीन बेटों और एक बेटी को छोड़ गई है। परिवार की आर्थिक स्थिति पहले से ही खराब थी और उसका पति डेढ़ महीने पहले ही मजदूरी से घर लौटा था। महिला के भैसुर मो. अनवर ने संवेदक की लापरवाही को हादसे का कारण बताते हुए पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे की मांग की है। उन्होंने संवेदक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की भी मांग की है।
वहीं, घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। फिर पुअनि रंजीत प्रसाद के नेतृत्व में महिला के शव को मशीन से निकाला। शव को पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया गया है और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। इस हादसे ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है और मजदूरों के बीच सुरक्षा की कमी को लेकर चिंता बढ़ा दी है।