औचक निरीक्षण के दौरान सांसद ने बीडीओ और सीओ को अनुपस्थित देख उनके बारे में पूछताछ करते हुए कार्यालय का निरीक्षण किया। इसी क्रम में लोगों ने अंचल में व्याप्त भ्रटाचार के शिकायतों की झड़ी लगा दी। सांसद को मौजूद स्थानीय लोगों ने बताया कि जमीन के म्यूटेशन के लिए रिश्वत मांगी जाती है। म्यूटेशन में सहमति पत्र देने के बाद भी आवेदन अस्वीकृत कर दिया जाता है। सांसद ने मनरेगा, आवास कार्यालय, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र कार्यालय, आधार कार्ड सेंटर सहित रेफरल अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। सांसद पप्पू यादव ने मनरेगा भवन में पीओ को स्पष्ट शब्दों में कहा कि मनरेगा कार्य में व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त करें।
वही उन्होंने आधार कार्ड सेंटर पर पहुंचकर संचालक को हिदायत किया की आधार कार्ड बनाने, मोबाइल नम्बर चेंज करने या अन्य कोई जरूरी आधार कार्ड से संबंधित कार्य को करने के लिए अवैध वसूली ना करें अन्यथा करवाएं के लिए तैयार हो जाएं। इसके बाद सांसद ने रेफरल अस्पताल का निरीक्षण किया। एक्स-रे कक्ष के निरीक्षण के क्रम में उन्होंने सीसीटीवी फुटेज की मांग की। आधा घंटा से ज्यादा देर तक फुटेज के इंतजार में बैठे सांसद भड़क गए और तत्काल सुधार करने का निर्देश दिए।
बोले अधिकारी
सांसद निरीक्षण के दौरान नहीं रहने के मामले में बीडीओ अरविंद कुमार ने बताया कि वे जिला में बैठक में गए थे। वही अंचलाधिकारी शिवानी सुरभि ने बताया कि वे छुट्टी पर हैं। मामले में अभीं कुछ नहीं कह सकती। दोनों अधिकारी बात करने से बचते नजर आए। इधर थानाध्यक्ष उदय कुमार ने बताया है कि शराब पीने की पुष्टि होने के बाद बिहार उत्पाद एवं मद्य निषेध अधिनियम की सुसंगत धाराओं में लीपिक आनंद पाठक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है