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कोचिंग हादसे के लिए सरकारी सिस्टम जिम्मेदार, नाली कहां है MCD अधिकारी नहीं बता पाएंगे, ये AC ऑफिस से बाहर ही नहीं निकलते : दिल्ली हाईकोर्ट // LIVE NEWS24

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न्यूज डेस्क :
दिल्ली के IAS कोचिंग इंस्टीट्यूट में तीन छात्रों की मौत के मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने MCD को जमकर फटकार लगाई। एक्टिंग चीफ जस्टिस (ACJ) मनमोहन और जस्टिस तुषार राव की बेंच ने कहा- इस तरह की घटनाएं सिस्टम का फेल्योर है। ये सब मिलीभगत से हुआ है। सभी ब्लेम-गेम खेल रहे हैं। किसी एक की जिम्मेदारी तय करनी होगी।
MCD अधिकारियों से पूछो कि नाली कहां है तो नहीं बता पाएंगे, क्योंकि वे अपने AC ऑफिस से बाहर ही नहीं निकलते। सिर्फ जूनियर अधिकारियों को सस्पेंड करके मामले का हल नहीं निकलेगा।
कोर्ट ने कल तक कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। साथ ही कहा- अगर जांच अधिकारी ने ठीक से जांच नहीं की तो यह केस सेंट्रल एजेंसी को सौंप सकते हैं। अगली सुनवाई 2 अगस्त को होगी। MCD डायरेक्टर को अगली तारीख पर हाजिर होने का आदेश दिया है।
वहीं, MCD के एडिशनल कमिश्नर ने राऊ कोचिंग के बाहर प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स से मुलाकात की। साथ ही AAP सरकार के कैबिनेट मंत्रियों ने सचिवालय में यूपीएससी की तैयारी कर रहे अभ्यार्थियों के प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात की।

सचिवालय में कोचिंग संस्थानों को रेग्यूलेट करने पर चर्चा हुई
सचिवालय में दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी, शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज, विकास मंत्री गोपाल राय और मेयर शेली ओबेरॉय मौजूद रहे। ओल्ड राजिंदर नगर, नेहरू विहार में मौजूद अलग-अलग कोचिंग हब में तैयारी कर रहे UPSC स्टूडेंट्स के प्रतिनिधियों से मुलाकात की।
बैठक में स्टूडेंट्स ने कोचिंग सेंटरों की महंगी फीस, सेंटरों के बुनियादी ढांचे, कमरों का ज्यादा किराया और ब्रोकरेज पर चिंता जताई। साथ ही अच्छे खाना नहीं मिलने की भी बात कही। शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि स्टूडेंट्स की इन शिकायतों को कोचिंग सेंटर के लिए बनाए जा रहे रेगुलेशन कानून में शामिल किया जाएगा।