जी ये कटिहार - बरौनी रेलखंड के नारायणपुर रेलवे पूर्वी केबिन के पास का दृश्य है जिसके उत्तरी पार मधुरापुर बाजार होते हुए कई गाँवों सहित राष्ट्रीय उच्च पथ नारायणपुर के लिए सड़क गई है और दक्षिणी पार नारायणपुर प्रखंड कार्यालय, राजकीय अस्पताल, रेलवे स्टेशन के साथ कई गाँवों होते हुए अगुवानी घाट तक सड़क गई है. इतनी बड़ी आबादी वाले क्षेत्र में कई बड़ी बस, ट्रक, ठेला सहित कई छोटी - बड़ी सवारी गाड़ी चलते रहती है. उत्तरी एवं दक्षिणी पार क्षेत्र को जोड़ने के लिए ये नारायणपुर पूर्वी केबिन के पास समपार की बहुत बड़ी भूमिका है लेकिन अफसोस की बात यह है कि इस समपार की स्थिति कभी भी ठीक नहीं रहती है । 10 - 15 दिनों में रेलवे के मजदूरों के द्वारा काम होते ही रहता है और इतना ही नहीं काम करने के बाद कभी भी बैठाए गए स्पर की फिनिशिंग नहीं होती जिससे आने जाने वाले साइकिल सवार, छोटी छोटी गाड़ी, ठेला को काफी परेशानी होती है. कभी - कभी ठेला या छोटी गाड़ी के फँस जाने से खतरे की आशंका बन जाती है. जबकि यहाँ से मात्र 8 किलोमीटर की दूरी पर बिहपुर पूर्वी केबिन के पास समपार में काफी फिनिशिंग के साथ काम कर रबर स्पर लगाया गया है जिससे छोटी बड़ी सभी गाड़ी आसानी से पार हो जाती है.
स्थानीय शिव प्राण मैटी मिशन ऑफ इण्डिया के सचिव डॉ. सुभाष कुमार विद्यार्थी ने कहा कि रेलवे के सम्बन्धित अधिकारी बन्धु से आग्रह करते हैं कि बिहपुर केबिन समपार की तरह ही नारायणपुर के पूर्वी एवं पश्चिमी समपार को रबर स्पर बिछाकर आवागमन को आसान एवं सुरक्षित बनाने की मांग करते है.