BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी हो गया है लेकिन बीएड अभ्यर्थियों ने परीक्षा परिणाम पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रूख किया है और याचिका दायर की है। बीएड अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि उन्हें जरूर न्याय मिलेगा।
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला
दरअसल, BPSC अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने जानकारी देते हुए बताया था कि परीक्षा में वर्ग 11 और 12 के लिए 23 हजार 701 अभ्यर्थी पास हुए हैं। 9 से 10वीं के लिए 26 हजार 204 अभ्यर्थी पास हुए। साथ ही प्राथमिक के लिए 72 हजार 419 अभ्यर्थियों ने बाजी मारी।
बीएड अभ्यर्थियों में नाराजगी
हालांकि, बड़ी बात ये है कि इसमें सिर्फ डीएलएड अभ्यर्थियों के नतीजे ही जारी किए गये । बीएड वालों का रिजल्ट जारी नहीं किया गया लिहाजा बीएड अभ्यर्थियों में इसे लेकर काफी नाराजगी है। बीएड अभ्यर्थियों ने परीक्षा परिणाम आने के बाद इसका विरोध करना शुरू कर दिया है और अब सुप्रीम कोर्ट का रूख किया है, जहां रिजल्ट पर स्टे को लेकर याचिका दायर की है।
'बीएड अभ्यर्थियों के साथ हुआ धोखा'
इस मामले में बिहार प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट में रिट याचिका पेंडिंग होने के बादवजूद BPSC ने बीएड अभ्यर्थियों के साथ धोखा किया है। उनका रिजल्ट जारी नहीं किया गया है। जबकि बीएड और डीएलएड अभ्यर्थियों का एकसाथ जारी होना चाहिए था। एकसाथ परीक्षा लेने के बाद भी बीएड अभ्यर्थियों के साथ सौतेला व्यवहार किया गया है।