न्यूज डेस्क : वेब पत्रकारिता की महत्ता को नकारा नहीं जा सकता है. वेब पत्रकारिता ने समाज में सूचना क्रांति लाई है. यदि वेब पत्रकारिता अपनी विश्वसनीयता को भरोसे लायक बना लें समाज का बहुत भला होगा। जनसंपर्क विभाग वेब पत्रकारों की समस्याओं के समाधान के लिए जल्द ही एक मीटिंग बुलाएया. उक्त बातें बिहार सरकार के जल संसाधन और सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय झा ने वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया की पटना इकाई द्वारा आयोजित सेमिनार सह कार्यशाला के उद्घाटन के मौके पर कही.
उन्होंने कहा कि आज सूचना क्रांति के दौर में हर गाँव में हर व्यक्ति मोबाइल फोन से जुड़ा है. हर खबर एक-एक मिनट में लोगों तक पहुँच जाता है. ये सब वेब मीडिया की वजह से ही है. उन्होंने कहा पहले लोग अख़बार पढ़ते थें, फिर टीवी देखना शुरू किया और अब मोबाइल पर ख़बरों से अपडेट होते हैं. श्री झा ने कहा कि एक सर्वे में उन्होंने पाया कि जितने लोग वर्तमान समय में टीवी देखते हैं उतने ही लोग वेब मीडिया पर भी नज़र रखते हैं और उनके व्यूअर हैं.
मंत्री झा ने वेब पत्रकारों को सलाह देते हुए कहा कि आप ख़बरों के अनुसार हेडिंग बनाइये सिर्फ सनसनीखेज हेडिंग बनाना और भ्रामक ख़बरों को दिखाना आपकी पत्रकारिता के महत्व को कम करती है. उन्होंने कहा कि सरकार के बेहतर कार्यों को आप अपने मीडिया के माध्यम से आम जन तक पहुँचाने का कार्य करें.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल का यह प्रतिफल है कि अब बिहार में डिजिटल मीडिया को भी विज्ञापन मिलेगा. डिजिटल मीडिया को विज्ञापन देने के लिए पालिसी आ चुकी है. हम तो चाहेंगे कि सरकार का जो प्रोग्राम और पालिसी है, वह डिजिटल मीडिया के माध्यम से भी प्रचारित हो. सरकार ने वेब मीडिया के लिए हिट्स के आधार पर केटेगरी बनाया है. इसमें और बेहतर करने का प्रयास करूँगा. इसके लिए मै बहुत जल्द वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों को बुलाकर आप सभी से सुझाव लूँगा.
बिहार विधान परिषद् के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने वेब मीडिया के महत्व पर चर्चा करते हुए कहा कि ख़बरों की सत्यता सबसे ज्यादा जरुरी है. आपकी स्वीकार्यता बढ़ रही है. स्वीकार्यता बढ़नी चाहिए पर विश्वसनीयता घटनी नहीं चाहिए. उन्होंने कहा कि आधुनिक युग में वेब मीडिया के महत्त्व और प्रभाव को बताने की आवश्यकता नहीं है.
विधान पार्षद और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय प्रकाश मयूख ने वेब पत्रकारों की ख़बरों के असर पर चर्चा करते हुए कहा कि कई ऐसी ख़बरें हैं जो पहले वायरल होती हैं और बाद में अन्य मीडिया में आती हैं. एक छोटे से पोर्टल पर आने वाली ख़बरें भी तहलका मचाने में सक्षम होती हैं.
विधायक राकेश रौशन ने वेब पत्रकारिता पर चर्चा करते हुए कहा वर्तमान समय में वेब मीडिया सूचना का सबसे सशक्त माध्यम है. यदि वेब मीडिया सकारात्मक खबरों को प्रमुखता देने का कार्य करे तो इसकी विश्वसनीयता बढ़ेगी.
समारोह की अध्यक्षता करते हुए WJAI के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद कौशल ने संगठन के गठन से लेकर विस्तार तक की चर्चा करते हुए बताया कि क्यों इस संगठन की आवश्यकता पड़ी. उन्होंने कहा कि WJAI की खुद की सेल्फ रेगुलरिटी बॉडी है जो अपने सदस्य पोर्टल की ख़बरों पर नियंत्रण रखती है. उन्होंने संगठन के विस्तार पर भी विस्तृत चर्चा की.
इसके पूर्व एसोसिएशन के बिहार प्रदेश के अध्यक्ष प्रवीण बागी ने विषय प्रवेश और अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि संगठन अपने कार्यों के प्रति सजग है. पिछले एक दशक से वेब पत्रकार अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं. हमारी लड़ाई सिर्फ अस्तित्व के लिए नहीं बल्कि आर्थिक मोर्चे पर भी हो रही है. हमे सरकार से सहयोग की अपेक्षा है. हम इस कार्यक्रम में आये सभी आगत अतिथियों का स्वागत करते हैं. आपसे उम्मीद करते हैं कि वेब पत्रकारों को भी उचित मान-सम्मान मिलेगा.
समारोह में विशेष रूप से उपस्थित समाजसेवी राजू दानवीर ने वेब पत्रकारों की हक़ की लड़ाई में WJAI की भूमिका की सराहना की. उन्होंने कहा कि वर्तमान दौर में वेब मीडिया की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है. विश्वसनीयता के साथ खबरों को देना ये बहुत बड़ी चुनौती है जिसे एसोसिएशन के सदस्य पोर्टल कर के दिखा रहे हैं.
इसके पूर्व WJAI के पटना जिलाध्यक्ष सूरज कुमार, उपाध्यक्ष सूरज कुमार, अखिलेश्वर सिन्हा, सचिव ब्रजेश पाण्डेय ने अतिथियों को पुष्प गुच्छ और प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया.
समारोह का संचालन करते हुए एसोसिएशन के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव मधुप मणि “पिक्कू” ने संगठन के कार्यकलापों के बारे विस्तार से बताया.
उद्घाटन सत्र को WJAI के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ओम प्रकाश अश्क, राष्ट्रीय सचिव निखिल के डी वर्मा, डॉक्टर लीना, बिहार के उपाध्यक्ष बालकृष्ण, सचिव अनूप नारायण सिंह आदि ने संबोधित किया.
कार्यशाला के दूसरे सेशन में बिहार के वरिष्ठ पत्रकारों ने पत्रकारिता के कई टिप्स दिए. वेब पत्रकारिता में किस प्रकार के कंटेंट का इस्तेमाल करें और किस प्रकार का नहीं इस पर उन लोगों ने अपने विचार रखें.
वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेश्वर, रवि उपाध्याय, अमिताभ ओझा, हेमंत जी, ओम प्रकाश अश्क, डॉक्टर लीना, एस एन श्याम, डॉक्टर किशोर सिन्हा, अशोक मिश्र आदि ने कार्यशाला में युवा पत्रकारों को पत्रकारिता के कई टिप्स दिए.
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन संगठन के राष्ट्रीय सचिव सह प्रवक्ता निखिल के डी वर्मा ने किया।