गया। गया शहर में गयाजी अन्नपूर्णा रसोई का जिलाधिकारी डॉ.त्यागराजन एसएम व स्वामी वेंकटेश प्रपन्नाचार्य ने विधिवत पूजन व दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया। शहर के नई गोदाम आनन्दी माई मोड़ स्थित गयाजी विकास समिति की पहल से इसकी शुरुआत हुई है।
जिलाधिकारी ने इसे एक बड़ी पहल बताया है। उन्होंने कहा है कि गया शहर के गणमान्य लोगों की पहल से गयाजी विकास समिति द्वारा इसकी शुरुआत कराई गई है। मुझे खुशी है कि इसमें 10 रुपए में भरपेट भोजन मिलेगा। डीएम ने कहा कि रोजाना 4 घंटे के लिए गयाजी अन्नपूर्णा रसोई चलेगी। यहां काफी सात्विक और साफ-सुथरे तौर पर भोजन बनाया और परोसा जा रहा है। उन्होंने सराहना करते हुए कहा कि शहर के प्रबुद्ध और गणमान्य लोगों की आपसी सहयोग से यह संभव हो पाया है। वहीं, गया के डिप्टी मेयर अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि गयाजी विकास समिति के द्वारा अब 10 रूपए में भरपेट भोजन देने की शुरुआत की गई है। अमीर हो गरीब हो या ठेले-रिक्शे वाले हो, चाहे कोई भी हो या निगम के सफाई कर्मी सभी को 10 रूपए में ही भरपेट भोजन कर सकते हैं। पहले दिन लगभग एक हजार लोगों ने भोजन किया है। आज हमें बड़ी खुशी हो रही है यह योजना चौमुखी तौर पर शुरू की गई है। आगे भी निःशुल्क रहने की व्यवस्था, दवा वितरण केंद्र, अस्पताल की व्यवस्था आदि की भी योजना की जा रही हैं। ताकि गरीब व असहाय लोगों को सुविधा व राहत मिल सके। शहर समाजसेवी से जुड़े गयाजी संस्था आने वाले समय में इस तरह के कार्यों को लेकर बिहार ही नहीं, बल्कि देश-दुनिया नाम हो सके। इससे लोगों को भी प्रेरणा मिले। ताकि अन्य शहरों में भी इस तरह की योजना और आपसी सहयोग से जरूरतमंदो की मदद के लिए आगे आए। डिप्टी मेयर ने कहा कि डालमिया परिवार का भी काफी बड़ा सहयोग मिल रहा है। रोटी बनाने से लेकर चावल बनाने तक मशीन से की जा रही है। वहीं शिव कैलाश डालमिया उर्फ मुन्ना डालमिया ने बताया कि गयाजी विकास समिति के द्वारा लोगों को रोजाना 11 बजे से 3 बजे तक ₹10 में भरपेट भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके साथ ही त्योहारों में लजीज व्यंजनों की भी व्यवस्था होगी। वही साधु-संतों के लिए निःशुल्क भोजन की व्यवस्था रखी गई है। उन्होंने बताया कि सिर्फ ₹10 में कोई भी व्यक्ति भरपेट भोजन कर सकेगा। उनको कूपन दिया जाएगा, एक थाली में उन्हें चार रोटी, चावल दाल, सब्जी, पापड़ इत्यादि का भोजन कर सकेंगे। मौके पर समिति के समिति के संरक्षक सच्चिदानंद प्रेमी, जदयू नेता राजू वर्णवाल, उपाध्यक्ष अनिल स्वामी, उदय श्रीवास्तव, प्राण मित्तल, राजन सिजुआर, डॉ. वीरेंद्र कुमार, संजू श्रीवास्तव, ओम प्रकाश सिंह, विनोद जसपुरिया, अनन्त धीश अमन, अंकुश बग्गा, बिपिन कुमार सिन्हा, श्यामा सिंह, राजेश झुनझुनवाला, सौरव मूर्ति, सहित अन्य मौजूद थे।