न्यूज़ डेस्क : महाराष्ट्र सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद ही उद्धव ठाकरे की महा विकास अघाड़ी सरकार गिर गई। उद्धव ठाकरे ने यह ऐलान सुप्रीम कोर्ट द्वारा बहुमत परीक्षण पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के फैसले को बरकरार रखा। उद्धव ठाकरे ने फेसबुक लाइव के जरिए विधानपरिषद सदस्य पद से भी इस्तीफा दिया। उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के ऐलान के बाद एकनाथ शिंदे गुट का पहला रिएक्शन आया है। बागी शिवसेना विधायक और उद्धव के कभी करीबी रहे दीपक केसरकर ने कहा कि उद्धव जी का इस्तीफा खुशी की बात नहीं है।
उद्धव ठाकरे ने फेसबुक लाइव के जरिए अपने इस्तीफे का ऐलान किया। उधर, इसी दरम्यान गोवा पहुंचे शिंदे गुट के बागी विधायक दीपक केसरकर ने टीवी चैनल से बातचीत में शिंदे गुट की तरफ से पहला रिएक्शन दिया। केसरकर ने कहा कि उद्धव ठाकरे का इस्तीफा खुशी बात नहीं है। हालांकि वो इस्तीफा देना चाहते थे लेकिन शरद पवार उन्हें ऐसा करने से रोक रहे थे। सुप्रीम कोर्ट तक मामला पहुंचा। जब सुप्रीम कोर्ट ने फ्लोर टेस्ट की अनुमति दे दी तो उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा दिया। हम आगे की रणनीति तय करेंगे। जल्द ही जनता के समक्ष हमारा फैसला सामने होगा।
एनसीपी और कांग्रेस पर साधा निशाना
दीपक केसरकर ने कहा कि एनसीपी उद्धव ठाकरे को भ्रमित कर रहे थे। हालात यहां तक हो गए थे कि करीबी होने के बाद भी हम 6-6 महीने तक सीएम से नहीं मिल पाते थे। इसलिए दूरियां लगातार बढ़ती गई और उद्धव ठाकरे के प्रति अविश्वास बढ़ता गया।
एक जुलाई को शपथ लेंगे फडणवीस ?
एकनाथ शिंदे गुट गोवा पहुंच चुका है। पहले शिंदे गुट की कल मुंबई पहुंचने की योजना थी और विशेष सत्र के दौरान फ्लोर टेस्ट में भाग लेने की योजना थी लेकिन, उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद फ्लोर टेस्ट स्वत: निरस्त हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स हैं कि इस वक्त प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा सरकार बनाने को तैयार है। देवेंद्र फडणवीस एक जुलाई को सीएम पद की शपथ ले सकते हैं।