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स्ट्रेचर नहीं मिलने पर मरीजों को टांग कर ले जाते हैं परिजन, लखीसराय सदर अस्पताल में ढोया जा रहा ईंट-बालू // LIVE NEWS 24

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न्यूज़ डेस्क : बिहार के लखीसराय सदर अस्पताल में स्ट्रेचर को लेकर इन दिनों मरीजों को हो रही परेशानियों और स्ट्रेचर पर मरीज के बदले ईंट-बालू को इधर-उधर ले जाने के मामले में डीएम ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने सदर अस्पताल के दो अधिकारियों को न सिर्फ शोकॉज किया, बल्कि अस्पताल प्रबंधक तलब भी किए गए। इस लापरवाही पर डीएम ने संज्ञान लेते हुए अस्पताल प्रबंधक और उपाधीक्षक को शोकॉज किया है। 

बता दें कि हाल के दिनों में सदर अस्पताल में रोगी को ढोये जाने वाले स्ट्रेचर से निर्माण कार्य मे ईंट ढोने का मामला सुर्खियों में था। ‘हिन्दुस्तान’ ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबर पर डीएम ने मामले का संज्ञान में लिया। डीएम ने कहा कि मीडिया के माध्यम से जब इसकी जानकारी हुई तो सदर अस्पताल प्रबंधक को तलब किया गया। अस्पताल प्रबंधक ने मामले की जानकारी नहीं रहने की बात कही। उन्हें जानकारी लेकर लापरवाही बरतने वालों के विरुद्ध कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। 

इसके अलावा सदर अस्पताल में ड्यूटी पर रहने वाले गार्ड सहित अन्य के विरुद्ध भी कार्रवाई हो सकती है। डीएम ने कहा कि मामले को लेकर अस्पताल प्रबंधक और उपाधीक्षक से शोकॉज किया जा रहा, ताकि उनके स्तर से भी संबंधित मामले में कार्रवाई की जा सके। उन्होंने कहा कि चेतावनी दी गई है कि भविष्य में ऐसी गलती दोबारा नहीं हो इसका भी ख्याल रखा जाए। बहरहाल स्ट्रेचर से ईंट ढुलाई मामले में कौन दोषी पाए जाते हैं और किनके विरुद्ध कार्रवाई होगी, इसको लेकर सभी की निगाहें अस्पताल प्रबंधन पर लगी हुई है। 

बता दें कि स्ट्रेचर को लेकर सदर अस्पताल सुर्खियों में है। लगातार यहां मरीजों को स्ट्रेचर के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल के कर्मी मरीजों को स्ट्रेचर से इधर-उधर ले जाने में हिचक रहे हैं। वहीं मजबूरन परिजनों को ही खुद से स्ट्रेचर पर मरीज को सवार कर संबंधित जगहों पर ले जाना पड़ता है। यहां तक कि लाशों को ही लाने-ले जाने का काम मृतक के परिजन ही करते हैं। कुछ ऐसे भी मरीज होते हैं, जिन्हें स्ट्रेचर नसीब तक नहीं हो पाता है। ऐसी परिस्थिति में स्ट्रेचर पर ईंट व बालू ढुलाई होना सदर अस्पताल प्रबंधन की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है।